’भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में कोरबा में जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम आयोजित’….
रायपुर: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर कोरबा जिले में राजीव गांधी ऑडिटोरियम में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा से वर्चुअली आमजनों को संबोधित कर जनजाति गौरव दिवस की शुभकामनाएं दी साथ ही अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। जिसके अंतर्गत कोरबा जिले में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय रामपुर एवं पीएम जनमन के तहत केराकछार में बहुउद्देशीय केन्द्र निर्माण कार्य शामिल है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा स्वीकृत इन परियोजनाओं से शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और जनजीवन से जुड़े अनेक क्षेत्रों में गति आएगी, जिससे जनजातीय समुदाय के जीवन स्तर में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
जिला मुख्यालय कोरबा में राजीव गांधी ऑडिटोरियम में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग, श्रम, आबकारी एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री श्री लखनलाल देवांगन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बिरसा मुंडा के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसके माध्यम से उनके त्याग, संघर्ष और समर्पण को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया। ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री श्री मोदी के उद्बोधन को आमजनों ने वर्चुअली सुना एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी प्राप्त की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री देवांगन ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का संदेश (पाती) उपस्थित जनसमूह को पढ़कर सुनाया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संदेश में कहा कि भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, अद्वितीय जननेता और क्रांति के प्रतीक रहे हैं। उन्होंने आदिवासी समाज को जागृति, सम्मान और अधिकारों के लिए संघर्ष करने का मार्ग दिखाया। इसी अद्वितीय योगदान के कारण राष्ट्र उन्हें धरती का पिता कहकर सम्मानित करता है। मुख्यमंत्री ने अपने पाती में कहा कि जनजातीय गौरव दिवस, बिरसा मुंडा के आदर्शों को अपनाने और नई पीढ़ी तक उनके संदेश को पहुंचाने का अवसर है।

मुख्य अतिथि श्री देवांगन ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार जनजातीय समाज के शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, वनाधिकार तथा सांस्कृतिक संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जनजातीय क्षेत्रों में विकास की रफ्तार तेज हुई है और शासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि योजनाओं का लाभ समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक सरलता से पहुँचे।
महापौर श्रीमती राजपूत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के ब्रिटिश शासन के प्रति उनके आंदोलन एवं जनजाति संस्कृति संरक्षण के लिए किए गए कार्यो के लिए धरती आबा के नाम से विख्यात है। उनके याद में आज का दिन जनजाति गौरव महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार भी उनके बताए मार्गो में चलकर सभी योजनाओं काषत प्रतिशत लाभ आदिवासियों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे है।

कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने आमजनों को जनजाति गौरव दिवस की शुभकामनाएं देते हुए महानायक भगवान बिरसा मुंडा के कार्यो पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में अंग्रेजी शासन के विरूद्ध उन्होने कठिन परिस्थितियों में लड़ाई लड़ी। आदिवासी संस्कृति, पारंपरिक रीति रिवाज की रक्षा हेतु जनजातियों को जागृत किया। इस हेतु उन्हें भगवान के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में देश के आदिवासी महानायकों गुण्डाधुर, वीर नारायण सिंह का योगदान अमूल्य है.
जनजाति वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों एवं उन्नत कृषकों को किया गया सम्मानित
इस दौरान 10वीं 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जनजाति वर्ग के छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। सम्मानित विद्यार्थियों में श्री जयदेव राठिया, सुश्री तनु पैकरा, सुश्री उदिता कंवर और सुश्री आरती शामिल रहे। अनुसुचित जनजाति वर्ग के उन्नत कृषकों को सम्मानित कर किया गया अच्छे उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया गया। जिसमें विजय सिंह कंवर, रामरत्न निकुंज, लक्ष्मी नारायण कंवर, हेमंत सिंह, पाल सिंह कंवर शामिल है।

कार्यक्रम में कटघोरा विधायक श्री प्रेमचंद पटेल, नगर निगम सभापति श्री नूतन सिंह ठाकुर, सीईओ जिला पंचायत श्री दिनेश नाग, श्री प्रफुल्ल तिवारी, श्री राजेश राठौर, श्री पुनी राम साहू विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी, जनजातीय समाज के प्रमुख सदस्य, विद्यार्थी तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे.