600 करोड़ के 6 प्रोजेक्ट आठ साल बाद भी अधूरे
भोपाल। राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट की लेटलतीफी से जनता परेशान है, वहीं यह योजना नगर निगम के लिए भी बड़ी मुसीबत बनते जा रही है। हद तो यह है कि दो साल में बनने वाले 600 करोड़ रुपए के 6 प्रोजेक्ट आठ साल बाद भी अधूरे हैं। इसके चलते इन आवासों के लिए अपनी जमा पूंजी लगाने वाले लोग परेशान हैं। नगर निगम के बुकिंग करने के बाद अब तक यह नहीं बता पा रहा है कि उनको पजेशन कब तक मिलेगा।
भोपाल में 12 नंबर स्टाफ पर नगर निगम ने मई 2017 में एचआईजी, एमआईजी और एलआईजी मकान बनाने का काम शुरू किया था। यहां पर करीब 1800 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। 18 माह में काम पूरा करना था, लेकिन ठेकेदार बीच में ही काम छोड़ कर चला गया। ऐसे में सात साल पहले बुकिंग कराने वाले लोग अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही फ्लैट का काम पूरा होने वाला है। इसके बाद हितग्राहियों को उनका आवास का आवंटन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसमें दो माह का समय लगेगा।
राहुल नगर में भी प्रोजेक्ट का काम अधूरा
इसी तरह गंगा नगर और श्याम नगर में भी 101 करोड़ से 2017 में प्रधानमंत्री आवास का निर्माण शुरू किया गया था। इसके लिए भी 18 माह का समय तय किया गया था, लेकिन यहां भी ठेकेदार ने बीच में ही काम छोड़ दिया। इसी तरह राहुल नगर में 93 करोड़ की लागत से वर्ष 2018 में काम शुरू किया गया था। इसको पूरा करने की डेडलाइन 18 माह तय की गई थी। इसमें भी अभी काम अधूरा है।
बागमुगलिया में 2019 में शुरू हुआ काम
हिनोतिया आलम में भी 37 करोड़ के प्रोजेक्ट 2018 में शुरू किया गया था। यहां पर अलग-अलग पार्ट में 576 फ्लैट का निर्माण होना था। यह प्रोजेक्ट भी अधूरा है। इसके अलावा बाग मुगलिया में फरवरी 2019 में 158 करोड़ रुपए से प्रोजेक्ट शुरू किया गया। इसके लिए 24 माह का समय तय किया गया था। यहां पर 2232 फ्लैट का निर्माण किया जा रहा है। बाजपेयी नगर भाग-2 में 108 करोड़ का प्रोजेक्ट तीन साल लेट चल रहा है।
लोगों ने लेटलतीफी पर दिया धरना
नगर निगम के हाउसिंग फॉर ऑल के प्रोजेक्ट में हो रही देरी को लेकर गंगा नगर, 12 नंबर समेत अन्य जगहों के लोगों ने कहा कि लगातार डेडलाइन बढ़ाने के बाद उनको नवंबर में पजेशन देने को कहा गया था, लेकिन इस साल के खत्म होने के बावजूद उनको पजेशन देने की उम्मीद नहीं दिख रही है। उन्होंने इस बात को लेकर भोपाल नगर निगम के आईएसबीटी कार्यालय पर पिछले सप्ताह धरना दिया था। लोगों ने प्रोजेक्ट में देरी के साथ ही घटिया निर्माण का भी आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि कई जगह प्लास्टर हाथ लगाने से उखड़ रहा है।
देरी का यह भी बताया जा रहा कारण
भोपाल नगर निगम के अधिकारियों की तरफ से हाउसिंग फॉर ऑल प्रोजेक्ट में हो रही देरी का कारण कोरोना काल के साथ ही जमीन आवंटन में देरी को बताया जा रहा है। वहीं, कुछ जगह रेरा से अनुमति मिलने में देरी भी कारण बताया गया है।
दो से तीन माह में सभी प्रोजेक्ट पूरे होंगे
भोपाल नगर निगम में हाउसिंग फॉर ऑल शाखा के अधीक्षण यंत्री उदित गर्ग ने कहा कि करीब-करीब सभी हाउसिंग प्रोजेक्ट पूरे होने पर है। इनमें दो से तीन माह के अंदर पजेशन देने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।