CAA विरोधी प्रदर्शन की सालगिरह पर जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने कक्षाएं और लाइब्रेरी बंद कीं

दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) विरोधी प्रदर्शन पर छात्रों के स्मृति कार्यक्रम की योजना के बीच कक्षाएं स्थगित कर दी गई है. छात्रों की ओर से CAA के खिलाफ 2019 में हुए प्रदर्शनों के 5 साल पूरे होने के मौके पर एक स्मृति कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है. वहीं, इस बीच जामिया में कक्षाएं निलंबित कर दी गई है. पुस्तकालय और कैंटीन को भी बंद कर दिया गया है.

दिल्ली पुलिस वापस जाओ
लेफ्ट समर्थित छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाया है. छात्र संगठन का कहना है कि प्रशासन ने छात्रों को कार्यक्रम में भाग लेने से रोकने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है. इस बीच इससे संबंधित एक वीडियो भी सामने आया. इसमें छात्रों को परिसर के बाहर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती के विरोध में "दिल्ली पुलिस वापस जाओ" जैसे नारे लगाते हुए देखा गया.

प्रवेश और निकास पर लगाए प्रतिबंध
छात्रों ने दावा किया कि परिसर में प्रवेश और निकास प्रतिबंधित है, जो लोग अंदर हैं उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं है. वहीं, बाहर मौजूद लोगों को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने शनिवार देर रात 3 परिपत्र जारी किए थे. उसमें कहा गया कि रखरखाव कार्य के कारण कक्षाएं, कैंटीन और पुस्तकालय दोपहर एक बजे से बंद रहेंगे. छात्रों के एक वर्ग ने नोटिस जारी किए जाने के समय पर सवाल उठाया है.

 2019 में पुलिस ने तोड़फोड़ की
छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि यह उनके शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार को दबाने का प्रयास है. आइसा ने कहा, '15 दिसंबर 2019 को दिल्ली पुलिस ने हमारे दोस्तों को घायल कर दिया. हमारे परिसर में तोड़फोड़ की और हमारे साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया. आज, वे हमें उस भयावह दिन को याद करने से भी मना कर रहे हैं.' आरोपों पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.