शिक्षकों का मार्च पहुंचा कटघोरा, सरकार से की नौकरी बचाने की अपील

कोरबा: छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा संभाग के सुदूर ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का उजाला फैला रहे हजारों बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की नौकरी खतरे में है. शासन स्तर से उन्हें काम से हटाने का अल्टीमेटम जारी किया गया है. जिससे शिक्षक अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं.

अनुयय पदयात्रा

हजारों शिक्षक अपनी नौकरी बचाने के साथ समायोजन की मांग को लेकर अंबिकापुर से रायपुर तक अनुयय पदयात्रा निकालकर सरकार को अपनी समस्याएं बता रहे हैं. बीती रात शिक्षकों की पदयात्रा कटघोरा पहुंची. जहां लोगों ने उनका स्वागत किया.

कड़ाके की ठंड में मार्च

ये हजारों शिक्षक हैं जो अपनी नौकरी बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में सड़क पर उतरे हैं, जो बस्तर और सरगुजा संभाग के सुदूर ग्रामीण इलाकों में सेवाएं दे रहे हैं. बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों का कहना है कि सरकार उन्हें काम से हटा रही है. वे पिछले 14 महीने से अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

ऐसे में उन्हें काम से हटाना ठीक नहीं है। शिक्षक अंबिकापुर से अनुयय पद यात्रा निकालकर राजधानी रायपुर के लिए निकल पड़े हैं, जहां वे मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे। बीती रात उनकी यात्रा कटघोरा पहुंची। जहां लोगों ने उनका स्वागत किया। शिक्षकों का कहना है कि सरकार उन्हें शिक्षा विभाग में समायोजित करे न कि नौकरी से हटाए।