जल जीवन मिशन से पेयजल के किल्लत से मिला निजात

सूरजपुर : जिले के विकासखण्ड-सूरजपुर अंतर्गत ग्राम-जमदेई में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन योजना से लागत कुल रु. 74.29 लाख 02 नग 85 कि.ली. क्षमता एवं 35 कि.ली. क्षमता का उच्चस्तरीय जलागार एवं 02 नग 5000 लीटर एवं 5000 लीटर सोलर आधारित योजना से समस्त ग्राम के 526 घरों में जल प्रदाय किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य हर ग्रामीण परिवारों के घरों में पीने का शुद्ध पेयजल पहुचाना एवं ग्रामो को पूर्ण रूप से हर घर जल प्रमाणित करना। इसी तरह सरकार की एक और योजना स्वच्छ भारत मिशन है जिसका लक्ष्य है गाँव की सम्पूर्ण स्वच्छता ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाना है। इसे भी ग्राम जमदेई में सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है।
इस जमदेई गांव में जल जीवन मिशन के आने से पहले ग्रामीण मुख्यतः अपनी पानी की आवश्यकताओं के लिए हैडपम्प एवं कुंओं पर निर्भर थे। जिसका पानी पीने योग्य है या नहीं इसका भी जानकारी ग्रामवासियों को नहीं होता था अतः समय समय पर जल जनित बीमारियों होती रहती थी एवं पानी भरने के लिए महिलाओं को नलकुप (हैडपम्प) से लाईन लग कर भरना पड़ता था। जिससे दिन का काफी समय सिर्फ पानी की व्यवस्था और पानी भरने में लग जाता था। गर्मी के दिनों में हैडपम्प में पानी न आने से ग्राम वासियों के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती थी ।  
जमदेई के स्कूल पारा निवासी गुलाबी बताती हैं कि पहले हमें पेयजल की बहुत समस्या होती थी, जब से जल जीवन मिशन के माध्यम से हमारे घर में नल लगा है, तब से सुबह शाम दो-दो घंटे दिन में दो बार पानी आता है। जिससे हमारे परिवार के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए उपलब्ध हो रहा है। हम सब ग्रामवासी इस जल जीवन मिशन से काफी ज्यादा खुश है। अब हमें पानी पीने के लिए न ही हैण्डपंप और न ही कुएं का उपयोग करना पड़ता है। जिससे हमारे समय की बचत होती है और हम अन्य कार्य कर लेते है। अपने बच्चो के पालन पोषण में समय दे पाते है। वे तथा सभी ग्रामवासी इसके लिए जल जीवन मिशन, भारत सरकार  एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते है।
      जल जीवन मिशन के अलावा स्वच्छ भारत मिशन जिसमें की लगभग 6 सालों से ग्राम में कार्य हो रहा था जो अब पूर्ण हो गया है एवं ग्राम ओडीएफ प्लस मॉडल केे श्रेणी में आ चुका है जिसमें सभी घरों में शौचालय, समुदायक हैण्डपम्प में सोखता गढ़ढ़ा, नाबार्ड टंकी, गोठान, सरकारी भवनों में रनिंग वाटर, सामुदायिक शौचालय, हितग्राहियों के नीजी शौचालय, गांव के कचरा के निपटान के लिए रिक्सा (कचरा रिक्सा) एवं कचरा निपटान के लिए स्व सहायता समुह को सौपा गया है आदि व्यवस्थायें स्थापित किये गये हैं, जो कि कार्यरत है। जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन द्वारा इस गांव की कायाकल्प बदल दी गई है एवं ग्रामीण भविष्य के लिए काफी खुश एवं आशान्वित हैं।