सीतामढ़ी पुलिस ने 3 साल से फरार शूटर विजय झा को किया गिरफ्तार, कई हत्याओं में था शामिल

सीतामढ़ी: बिहार की सीतामढ़ी की पुलिस ने तिहाड़ जेल में बंद उत्तर बिहार के बड़े अपराधियों में शुमार विकास झा उर्फ कालिया गैंग के शूटर विजय झा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इस अपराधी के पीछे करीब 3 वर्षों से पड़ी हुई थी। वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहा था। दरअसल, कुख्यात शूटर विजय ने नेपाल को अपना ठिकाना बना रखा था। पुलिस का कहना है कि शूटर विजय झा वारदात को अंजाम देने के बाद नेपाल में जाकर छिप जाता था। इसी वजह से पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही थी।

विजय की गिरफ्तारी शिवहर रोड में बेरवास के समीप से की गई है। SP को गुप्त सूचना मिली थी कि विजय झा नेपाल से भारतीय क्षेत्र में आया हुआ था। उसकी गिरफ्तारी को SP ने एक विशेष टीम गठित की। सदर DSP, सीतामढ़ी थानाध्यक्ष, डुमरा थाना और जिला सूचना इकाई की जॉइंट टीम ने विजय झा को दबोच लिया। उसके पास से एक अवैध पिस्टल और दो गोलियां भी बरामद हुईं। इस संबंध में डुमरा थाना में मामला दर्ज किया गया है। इसकी जानकारी सदर DSP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।

सदर DSP ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी के खिलाफ सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर और दरभंगा में हत्या-आर्म्स एक्ट के कई कांड दर्ज हैं। गिरफ्तार अपराधी कुख्यात कालिया गैंग का शार्प शूटर है, जिस पर पुलिस पिछले कई महीनों से नजर रख रही थी। विजय झा मूल रूप से जिले के पुनौरा थाना क्षेत्र के पुनौरा गांव का निवासी है।

सदर DSP ने बताया कि जिला पुलिस द्वारा बराबर टॉप टेन अपराधियों की सूची तैयार की जाती है। इस लिस्ट में विजय झा भी नाम शामिल था। जिला पुलिस के लिए विजय झा साल 2021 से वांटेड था। करीब 50 हजार का इनामी भी था। मीडिया के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इस अपराधी के मोबाइल फोन को खंगालने के बाद ही पता चलेगा कि तिहाड़ में बंद कालिया से उसकी बातचीत होती है या नहीं। बताया गया है कि विजय झा डुमरा में कातिब नंद किशोर, मुजफ्फरपुर में श्रीनारायण सिंह के भाई की हत्या और दरभंगा जिला में डबल मर्डर केस में वांटेड था।