लगभग 1,850 डिफाल्टरों का चुनावी भविष्य खतरे में, चुनाव लड़ना है तो पहले चुकाना होगा कर्ज

बिलासपुर: जिला अंत्यावसायी विकास सहकारी समिति से ऋण लेकर बकाया राशि का भुगतान नहीं करने वाले लाभार्थियों को आगामी नगरीय निकाय या पंचायत चुनाव में भाग लेने से वंचित किया जा सकता है। समिति ने ऐसे 1,850 लाभार्थियों की सूची जारी की है, जिन्होंने अपने ऋण का भुगतान नहीं किया है।

अधिकारियों का कहना है कि यदि बकाया राशि चुकाने वाले लाभार्थी चुनाव में भाग लेने के लिए नामांकन पत्र जमा करते हैं, तो उनकी नामांकन प्रक्रिया को ऋण राशि का भुगतान न करने के कारण रद्द किया जा सकता है। आगामी नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए, जिला अंत्यावसायी विकास सहकारी समिति के अधिकारियों ने कर्ज न चुकाने वालों की शिकायत कलेक्टर के पास की थी।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर अवनीश शरण ने जिले के सभी नगरीय निकायों के सीएमओ, निगम आयुक्त और जनपद पंचायतों के सीईओ को बकायादारों की सूची प्रदान की है। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए।

विभाग को 850 बकाएदारों से 10 करोड़ रुपए वसूलने हैं

जिले में 1,850 बकायादारों से 10 करोड़ रुपये की वसूली करनी है, ऐसा जानकारी अंत्यावसायी विकास सहकारी समिति के कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मी कश्यप ने दी है। इन बकायादारों ने विभिन्न वर्षों में ऋण लिया है, लेकिन अब तक उन्होंने राशि का भुगतान नहीं किया है। इनमें से अधिकांश ऋण 20 से 25 वर्ष पुराने हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वसूली की प्रक्रिया में समय लग सकता है।

ये हैं प्रमुख डिफॉल्टर:

झगर राम, ग्राम मटियारी ने ट्रैक्टर ट्राली के लिए 4,20,900 रुपये का ऋण लिया था। उन्होंने 66 हजार रुपये का भुगतान किया है और 4,30,662 रुपये अभी भी बकाया हैं। संजय कुमार टोप्पो, ग्राम सकरी ने मिनी बस खरीदने के लिए 7,87,550 रुपये का ऋण लिया था। उन्होंने 1,61,518 रुपये चुका दिए हैं, जबकि 7,67,791 रुपये बाकी हैं। सोहनलाल, ग्राम डोडकी पो रिस्दा ने भी मिनी बस के लिए 7,87,550 रुपये का ऋण लिया था, जिसमें उन्होंने केवल 60 हजार रुपये अदा किए हैं और 8,69,309 रुपये बाकी हैं। कुलदीप बंजारे, गणेश नगर चुचुहियापारा ने जीप टैक्सी के लिए 5,74,750 रुपये का ऋण लिया था। उन्होंने 5,18,900 रुपये चुका दिए हैं और 1,59,301 रुपये बाकी हैं। विनोद कुमार, डिपरापारा तिफरा ने मिनी ट्रक खरीदने के लिए 7,45,750 रुपये का ऋण लिया था। 14 वर्षों में उन्होंने केवल 1,62,000 रुपये का भुगतान किया है, जबकि 6,97,985 रुपये बाकी हैं। ज्वाला प्रसाद, मंगला ने गुड्स कोरियर के नाम पर 2013 में 3,32,500 रुपये का ऋण लिया था। उन्होंने 2,28,000 रुपये चुका दिए हैं और 1,64,350 रुपये अभी भी बकाया हैं।