टीम इंडिया के मैच विनर अश्विन: 5310 दिनों में हर किसी को किया है हैरान

टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने बुधवार 18 दिसंबर को रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा मैच ब्रिसबेन में ड्रॉ पर खत्म होते ही उन्होंने अपने 5310 दिन के करियर को भी समाप्त करने का फैसला किया. उन्होंने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मुकाबले से अपने क्रिकेट के करियर की शुरुआत की थी. 14 साल के इस सफर के दौरान टीम इंडिया के लिए एक बड़े मैच विनर बनकर उभरे. उन्हें यूं ही ये टैग नहीं मिला, इसके लिए उन्होंने लगातार एक से बढ़कर एक प्रदर्शन किए, जिसके आंकड़े भी गवाही देते हैं. आइये जानते हैं उनके कुछ बड़े कारनामों के बारे में.

‘मैच विनर’ अश्विन

अश्विन को ने मैच विनर कहलाने से पहले भारत के लिएकई मैच जीते. उनके आंकड़े भी इस बात की गवाही देते हैं. सचिन और विराट कोहली के बाद अश्विन भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले खिलाड़ी हैं. उनके रहते हुए 106 में से 61 मुकाबलों में भारत ने जीत दर्ज की और जीत का प्रतिशत 57.50 रहा, जो रवींद्र जडेजा के बाद दूसरा सबसे ज्यादा है. जडेजा के रहते हुए भारत ने 60 प्रतिशत मैच जीते.

अश्विन के मैच जिताने की क्षमता उन इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपने खेले हुए एक चौथाई टेस्ट सीरीज में वो प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे. उन्होंने 44 टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया और 11 बार इस खिताब को हासिल किया. इसका मतलब है कि टीम इंडिया की जीत में उनका अहम रोल होता था. हालांकि, मुरलीधरन भी अपने टेस्ट करियर में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे लेकिन उन्होंने इसके लिए 61 सीरीज खेले थे.

‘रिकॉर्ड ब्रेकर’ अश्विन

अश्विन ने अपने करियर के शुरुआत से ही रिकॉर्ड तोड़ने का सिलसिला शुरू कर दिया था, अंत तक जारी रहा. अश्विन टेस्ट में सबसे तेज 50, 100, 150, 200, 250, 300, 350, 400, 450 और 500 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं. अश्विन ने कुल 106 टेस्ट मुकाबलों में 537 विकेट चटकाए हैं. वह टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अनील कुंबले के बाद दूसरे भारतीय और दुनिया के 7वें गेंदबाज हैं. वहीं स्पिनरों में वो चौथे नंबर पर हैं. इतना ही नहीं 6 शतक लगाने के साथ 30 से ज्यादा बार 5 विकेट हॉल लेने वाले वो इकलौते क्रिकेटर हैं.

अश्विन इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं. उन्होंने सभी फॉर्मेट में मिलाकर कुल 765 विकेट चटकाए हैं. इस मामले में टॉप पर अनील कुंबले हैं, जिन्होंने 953 विकेट लिए थे. इतना ही नहीं सबसे ज्यादा 5 विकेट लेने के मामले भी वो मुथ्थैया मुरलीधरन के साथ नंबर 1 गेंदबाज हैं. दोनों 37-37 बार ये कारनामा किया.

वहीं सबसे ज्यादा 10 विकेट हॉल लेने की लिस्ट में वह दुनिया के 5वें और भारत में पहले नंबर पर आते हैं. हालांकि, पूरी दुनिया में 250 या उससे टेस्ट विकेट लेने वाले स्पिनरों में सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट अश्विन का है. वह हर दिग्गज मुरलीधरन, शेन वॉर्न समेत बाकी सभी स्पिनर इस लिस्ट में उनके बाद आते हैं. अश्विन हर 50.7 गेंद के बाद विकेट चटकाते रहे, जबकि मुरलीधरन 55, जडेजा 57.1 और वॉर्न 57.4 गेंद विकेट हासिल कर पाते थे.

बाएं हाथ के बल्लेबाजों का काल

बाएं हाथ के बल्लेबाजों में अश्विन के नाम का खौफ था. अश्विन को उनका काल माना जाता था. अश्विन ने अपने टेस्ट करियर में कुल 537 विकेट चटकाए, जिसमें करीब आधी विकेट (49.7%) बाएं हाथ के बल्लेबाजों की रही. उन्होंने दुनिया के किसी भी गेंदबाज से सबसे ज्यादा कुल 268 बार लेफ्ट हैंडर्स को आउट किया. उनके बाद नाथन लॉयन की बारी आती है, जिन्होंने 188 बार लेफ्ट हैंडर्स को पवेलियन भेजा. उनकी विकेट में 35.7 % बाएं हाथ के बल्लेबाजों का योगदान रहा.