भोपाल में बड़ी कार्रवाई, तीन बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी, 300 करोड़ रुपये के अघोषित निवेश और भारी मात्रा में नकदी बरामद

भोपाल: तीन बिल्डरों के ठिकाने पर आईटी ने बीते दिनों छापेमारी की थी। दो दिनों तक चली इस छापेमारी में आईटी को करोड़ों रुपए कैश तो मिला ही था साथ ही साथ 300 करोड़ रुपए के अघोषित निवेश की जानकारी भी सामने आई थी। आयकर विभाग ने ईशान बिल्डर, त्रिशूल कंस्ट्रक्शन और क्वालिटी बिल्डर के 50 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी।

आयकर विभाग की रेड में पता चला है कि, अगल-अलग कंपनियों के द्वारा 300 करोड़ रुपए का निवेश किया गया था। ये कंपनी न केवल भोपाल, इंदौर, जबलपुर, कटनी बल्कि रायपुर में भी हैं। छत्तीसगढ़ के कुछ बड़े बिजनेसमैन का नाम भी छापेमारी में सामने आया है।

सहारा सिटी में 110 एकड़ जमीन का सौदा निशाने पर

दरअसल, त्रिशूल कंस्ट्रक्शन से जुड़े राजेश शर्मा और उनके साथियों ने भोपाल के नर्मदापुरम रोड पर सहारा सिटी में 110 एकड़ जमीन खरीदी थी। खरीद – फरोख्त में अनियमितता पाई गई है जिसके चलते आयकर विभाग के अधिकारी मामले की जांच में लगे हैं।

भोपाल-इंदौर में निर्माण (कंस्ट्रक्शन) कारोबार करने वाली त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा सहित उनसे जुड़े अन्य रियल एस्टेट कारोबारियों के 52 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को एक साथ कार्रवाई की थी। गौरतलब है कि, राजेश शर्मा एक मंत्री और पूर्व आईएएस अधिकारी के करीबी माने जाते हैं।

आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार आयकर विभाग की टीम ने बुधवार सुबह 6.45 बजे सभी ठिकानों पर एकसाथ छापा मारा था। गुरुवार को भी यह छापेमारी जारी थी। आयकर टीम ने भोपाल, ग्वालियर और इंदौर में 52 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनमें से 49 ठिकाने भोपाल के हैं, जिनमें राजेश शर्मा से जुड़े दीपक भावसार, विनोद अग्रवाल, रूपम शिवानी सहित अन्य के ठिकाने शामिल हैं।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में यहां पड़े थे छापे

भोपाल में रियल एस्टेट कारोबारी क्वालिटी ग्रुप, ईशान ग्रुप और राजेश शर्मा के त्रिशूल कंस्ट्रक्शन ग्रुप के नीलबड़, एमपी नगर, कस्तूरबा नगर, होशंगाबाद रोड, 10 नंबर मार्केट, मेंडोरी, मेंडोरा, आरपीएम टाउन में स्थित ठिकानों पर छापे मारे गए, जहां शाम तक जांच जारी थी।

इसी प्रकार इंदौर में भी त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के आदित्य गर्ग के यहां तथा ग्वालियर में कंपनी से जुड़े रामवीर सिकरवार के यहां छापे की कार्रवाई की गई है। उनके यहां कुछ महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने भी कार्रवाई की थी। उनके पास से 5 एकड़ जमीन खरीदने के दस्तावेज भी मिले हैं।