शनि प्रदोष व्रत से पाएं संतान, शनिदेव हरेंगे दुख, जानें मुहूर्त, भद्रा समय, राहुकाल, दिशाशूल

शनि प्रदोष व्रत शनिवार को है. उस दिन पौष कृष्ण त्रयोदशी तिथि, अनुराधा नक्षत्र, शूल योग, गर करण, पूर्व का दिशाशूल, स्वर्ग की भद्रा और वृश्चिक राशि में चंद्रमा है. शनि प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय में भगवान शिव की पूजा करते हैं. शिव कृपा से व्यक्ति के दुख दूर होते हैं और नि:संतान लोगों को पुत्र की प्राप्ति होती है. जो लोग प्रदोष व्रत रखते हैं, उनको सुख, समृद्धि, धन, संपत्ति की प्राप्ति होती है. शनि प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:33 बजे से रात 8:17 बजे तक है. पूजा के समय भगवान भोलेनाथ को गंगाजल, बेलपत्र, अक्षत्, भांग, धतूरा, शहद, चंदन, फूल, माला, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित करते हैं. पूजा के दौरान शनि प्रदोष व्रत की कथा जरूर पढ़ें. पूजा का समापन शिव जी की आरती से करें.

शनि प्रदोष के साथ शनिवार का व्रत भी है. इस दिन आपको शनि मंदिर में जाकर पूजा करनी चाहिए. शनि देव को काला तिल, सरसों का तेल, काले वस्त्र, नीले रंग के फूल, शमी के पत्ते आदि अर्पित करना चाहिए. शनि चालीसा और शनि रक्षा स्तोत्र का पाठ करें. गरीब और जरूरतमंद लोगों को अन्न, वस्त्र, कंबल, दवाएं, लोहे के बर्तन आदि का दान करें. मरीजों की सेवा करें. अपने नौकरों के साथ अच्छा व्यवहार करें. इन सब कार्यों से शनि देव प्रसन्न होते हैं. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या में व्यक्ति को लाभ होता है. शनि देव की कृपा पाने का सबसे आसान उपाय है कि आप धर्म के मार्ग पर चलें और सत्य बोलें. गलत कार्यों से दूर रहें. वैदिक पंचांग से जानते हैं सूर्योदय, चंद्रोदय, शुभ मुहूर्त, भद्रा, चौघड़िया समय, राहुकाल, दिशाशूल, आदि.

आज का पंचांग, 28 दिसंबर 2024
आज की तिथि- त्रयोदशी – 03:32 ए एम, दिसम्बर 29 तक, उसके बाद चतुर्दशी
आज का नक्षत्र- अनुराधा – 10:13 पी एम तक, फिर ज्येष्ठा
आज का करण- गर – 03:04 पी एम तक, वणिज – 03:32 ए एम, दिसम्बर 29 तक
आज का योग- शूल – 10:24 पी एम तक, उसके बाद गण्ड
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- शनिवार
चंद्र राशि- वृश्चिक

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 07:13 ए एम
सूर्यास्त- 05:33 पी एम
चन्द्रोदय- 05:47 ए एम, दिसम्बर 29
चन्द्रास्त- 03:08 पी एम

शनि प्रदोष मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 05:23 ए एम से 06:18 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 12:02 पी एम से 12:44 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:06 पी एम से 02:48 पी एम
शनि प्रदोष पूजा मुहूर्त: शाम 5:33 बजे से रात 8:17 बजे तक

दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 08:30 ए एम से 09:48 ए एम
चर-सामान्य: 12:23 पी एम से 01:40 पी एम
लाभ-उन्नति: 01:40 पी एम से 02:58 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 02:58 पी एम से 04:15 पी एम

रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ-उन्नति: 05:33 पी एम से 07:15 पी एम
शुभ-उत्तम: 08:58 पी एम से 10:41 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 10:41 पी एम से 12:23 ए एम, दिसम्बर 29
चर-सामान्य: 12:23 ए एम से 02:06 ए एम, दिसम्बर 29
लाभ-उन्नति: 05:31 ए एम से 07:13 ए एम, दिसम्बर 29

अशुभ समय
राहुकाल- 09:48 ए एम से 11:05 ए एम
गुलिक काल- 07:13 ए एम से 08:30 ए एम
यमगण्ड- 01:40 पी एम से 02:58 पी एम
दुर्मुहूर्त- 07:13 ए एम से 07:54 ए एम, 07:54 ए एम से 08:36 ए एम
भद्रा: कल, 03:32 ए एम से 07:13 ए एम तक
भद्रा का वास: स्वर्ग में
दिशाशूल- पूर्व

रुद्राभिषेक के लिए शिववास
भोजन में – 03:32 ए एम, दिसम्बर 29 तक, उसके बाद श्मशान में.