छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत, प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जाने की उम्मीद

रायपुर
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द हो सकता है। इसी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के भी बदलने के संकेत हैं। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को संगठन से सरकार में भेजने की रणनीति बनी है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह विस्तार क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को मजबूत करने और स्थानीय निकाय चुनावों में बढ़त हासिल करने के लिए भाजपा की योजना का हिस्सा है। छत्तीसगढ़ भाजपा के कोर ग्रुप की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को मंत्री बनाने पर सहमति भी बनी है।

छत्तीसगढ़ में कौन बनेगा भाजपा अध्यक्ष

  • छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति हो चुकी है, वहीं जिला अध्यक्षों की नियुक्ति जारी है।
  • भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की है। महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद तावडे को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
  • माना जा रहा है कि भाजपा इस बार अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। इसमें विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, दुर्ग के पूर्व सांसद विजय बघेल का नाम चर्चा में है।
  • इसके अलावा पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा के नाम की भी चर्चा है। पार्टी नेताओं के अनुसार, सिंहदेव यदि मंत्री बनाए जाते हैं, तो उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना होगा। ऐसे में नए अध्यक्ष की नियुक्ति होगी।

केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने दिए संकेत
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, इसमें कोई खींचतान नहीं है। बिलासपुर को लेकर पूछे गए प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि बिलासपुर से एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। वो हैं अमर अग्रवाल। लिहाजा स्पष्ट है कि बिलासपुर से विधायक अमर अग्रवाल और बस्तर से विधायक किरण सिंहदेव को मंत्री बनाया जा सकता है।

कुछ दिन पहले ही तोखन को भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के अभियान में बड़ी जिम्मेदारी देते हुए मैदान में उतार दिया है। तोखन को यहां साहू समाज के महासम्मेलन का जिम्मा सौंपा गया है। साहू समाज की बड़ी जनसंख्या दिल्ली की हर विधानसभा में रहती है। ऐसे में तोखन के लिए ये बड़ी जिम्मेदारी है।

इसके पहले पार्टी ने तोखन को झारखंड की मनिका, चतरा, लातेहार और सिमरिया विधानसभा में प्रभारी बनाकर भेजा था। विपरीत परिस्थितियों में भी तोखन ने कड़ी मेहनत से इनमें से तीन सीटों पर पार्टी को जीत दिलाई थी। तोखन के रणनीतिक कौशल, संगठन के सालों के अनुभव का लाभ पार्टी को इस दौरान हुआ था।

ये प्रमुख मंत्री पद के दावेदार
अमर अग्रवाल: बिलासपुर विधानसभा से विधायक हैं। सामान्य वर्ग से आने वाले अग्रवाल पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। विभाग को संभालने का उनके पास बखूबी अनुभव है।
किरण सिंह देव: जगदलपुर के विधायक किरण सिंह देव प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हैं। इनके कार्यकाल में लोकसभा चुनाव में पार्टी को प्रदेश की 11 में से 10 सीटों पर जीत मिली है। बस्तर से बड़ा चेहरा हैं इसलिए उन्हें मौका मिल सकता है।
गजेंद्र यादव: दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव की पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से है। वह छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक रहे बिसराराम यादव के बेटे हैं।
रायपुर में कई दावेदार: रायपुर में पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, विधायक सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा और विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम भी मंत्री पद के लिए चर्चा में है।