शीतलहर और कोहरे के बीच बारिश की चेतावनी, पंजाब और हरियाणा होंगे प्रभावित

दिल्ली एनसीआर और यूपी में घना कोहरा छाया हुआ है। इसी के साथ पंजाब- हरियाणा समेत कई राज्यों में शीतलहर और कोहरे से ठिठरन बढ़ गई है। एक-दो दिन में ही मौसम में फिर बड़ा बदलाव आने वाला है।

एक दो दिन में होगा मौसम में बदलाव
उत्तर भारत में तापमान में हल्की वृद्धि के बाद फिर गिरावट होने जा रही है। इस महीने का तीसरा बड़ा पश्चिमी विक्षोभ शुक्रवार को पहाड़ों पर पहुंचने वाला है। इसी दौरान बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी लेकर हवाएं भी आने वाली हैं।

दोनों तरह की हवाएं मैदानी क्षेत्र में संघनित होंगी, जिसके असर से अगले एक-दो दिनों के भीतर उत्तर भारत के बड़े क्षेत्र में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। राजस्थान में इसका असर तो दिखने भी लगा है। वहां चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन चुका है, जो धीरे-धीरे दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश की ओर खिसक रहा है।

बारिश और बर्फबारी की संभावना
भारत मौसम विभाग (आइएमडी) ने चक्रवातीय हवा के रूप में पश्चिमी विक्षोभ के असर से 11-12 जनवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। उसके असर से मैदानी क्षेत्रों में हवा की दिशा में परिवर्तन होगा। इस दौरान उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में छिटपुट वर्षा हो सकती है।

आइएमडी के अनुसार 11 जनवरी को हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर गरज के साथ बारिश होगी। साथ ही दक्षिण हरियाणा एवं राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओले भी गिर सकते हैं। पंजाब के पश्चिमी क्षेत्र एवं राजस्थान के क्षेत्रों में 11 जनवरी से बादल पहुंचने लगेंगे।

मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि दस जनवरी के बाद अगले दो सप्ताह तक उत्तर-पश्चिम में कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना नहीं है। ऐसे में मौसम सामान्य रह सकता है। किंतु बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी लेकर आने वाली हवाओं का विस्तार मध्य प्रदेश के बैतूल जिले तक हो सकता है। इसके असर से 14 एवं 15 जनवरी को मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश हो सकती है।

कहां-कहीं घना कोहरा भी छाया
पिछले सप्ताह सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों के तापमान में गिरावट देखी गई थी। कहां-कहीं घना कोहरा भी छाया रहा, जिसमें पिछले दो दिनों के दौरान सुधार हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे खिसक जाने के कारण हवा की दिशा में बदलाव होने से अब कोहरा छंट गया है, किंतु दस जनवरी को तीसरे पश्चिमी विक्षोभ के आने के बाद एक बार फिर से उत्तर भारत के कई इलाके घने कोहरे की चपेट में आ सकते हैं। ऐसी स्थिति बारिश के बाद उत्पन्न होगी, जो अगले तीन-चार दिनों तक जारी रह सकती है।