एमपी एटीएस के 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड

भोपाल। हरियाणा के गुरुग्राम के सोहना में एक होटल की तीसरी मंजिल से गिरकर हुई युवक की मौत के मामले में एमपी एटीएस की मुश्किले बढ़ गई है। घटना में जहॉ मृतक युवक बिहार निवासी हिमांशु (23) के चाचा चंदन कुमार की शिकायत पर मप्र एटीएस पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। वहीं मामले को लेकर सोहना पुलिस ने भी मौत के कारणो की छानबीन शुरु करते हुए होटल के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने ज्यूडिशियल जांच शुरू कर दी है। इधर एडीजी इंटेलिजेंस योगेश देशमुख ने मप्र एटीएस टीम के नौ सदस्यों को सस्पेंड कर दिया है, जिसमें इंस्पेक्टर, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल शामिल हैं। गौरतलब है कि टेरर फंडिंग और साइबर क्राइम के मामले में 6 लोगों को हिरासत में लिया गया था। बिहार निवासी हिमांशु भी मप्र टेरर फंडिंग और साइबर क्राइम से जुड़े छह आरोपियों में से एक था। एमपी एटीएस ने सभी आरोपियों से 14 लैपटॉप, एक टैबलेट, 41 मोबाइल और 85 डेबिट कार्ड बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि हिमांशु और एक अन्य आरोपी पूरे नेटवर्क की सबसे अहम कड़ी थे, जबकि चार अन्य उनके सहयोगी थे। मामले की जांच मप्र साइबर सेल और एटीएस की ओर से की जा रही है। घटना को लेकर जहॉ मध्यप्रदेश एटीएस का कहना है की हिमांशु बाथरूम जाने के बहाने तीसरी मजिंल की गैलरी में आया और वहां से बिजली केबल के सहारे नीचे भागने की और भागने की कोशिश कर रहा था। लेकिन वह केबल को पकड़ नहीं पाया और सिर के बल नीचे गिरा जिससे उसके सिर में घातक चोंट आई थी। एटीएस ने उसे फौरन अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। स्थानीय पुलिस को उसकी मौत की जानकारी अस्पताल से मिली। वहीं मृतक हिमांशु के परिजन ने एटीएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिमांशु के चाचा चंदन कुमार ने सोहना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि हिमांशु दिल्ली में पढ़ाई कर रहा था, और सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मप्र एटीएस ने हिमांशु और उसके साथियों को होटल में रखा और फिर उसे तीसरी मंजिल से फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। एटीएस के पास हिमांशु को हिरासत में लेने के लिए कोई वारंट भी नहीं था। इधर साइबर क्राइम टीमे इस बात की लगातार जॉच कर रही है की आरोपियों का टेरर लिंक था या नहीं।