कोई भारतीय कैसे कह सकता है कि उसकी लड़ाई भारत से है? केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने राहुल गांधी पर किया पलटवार

नई दिल्ली: भाजपा ने एक बार फिर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनके बयानों को लेकर घेरा है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि कोई भारतीय कैसे कह सकता है कि उसकी लड़ाई भारत से है? राहुल गांधी ने हाल ही में हुए चुनावों में पारदर्शिता का जिक्र करते हुए यह बयान दिया था।

भाजपा-आरएसएस ने हर संस्थान पर कब्जा कर लिया है: राहुल

पार्टी के नए मुख्यालय 'इंदिरा भवन' के उद्घाटन के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि भारत की चुनाव प्रणाली में गंभीर समस्या है। उन्होंने कहा, "यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है। अगर आप मानते हैं कि हम भाजपा या आरएसएस नामक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं, तो आप समझ नहीं पाए हैं कि क्या हो रहा है। भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है। अब हम भाजपा, आरएसएस और खुद भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं।"

भारत की चुनाव प्रणाली में गंभीर समस्या: राहुल

राहुल गांधी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता पर सवाल उठाए और कहा कि उनकी लड़ाई सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से ही नहीं है, बल्कि 'भारतीय राज्य' से भी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद यह भी दावा किया कि भारत की चुनाव प्रणाली में गंभीर समस्या है।

उन्होंने दावा किया, "मैंने साफ तौर पर कहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में कुछ गड़बड़ हुई है। चुनाव आयोग जिस तरह से काम कर रहा है, उससे हम असहज हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र में अचानक करीब एक करोड़ नए मतदाताओं का सामने आना चिंता का विषय है।"

हरियाणा चुनाव पर भी उठाए सवाल

राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में वोट देने वालों के नाम और पते के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराना चुनाव आयोग का कर्तव्य है, लेकिन उसने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सवाल किया, "चुनाव आयोग मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने से क्यों इनकार करेगा? हमें सूची न देने से क्या उद्देश्य पूरा होगा और वे इसे क्यों रोके हुए हैं?" राहुल गांधी के अनुसार, पारदर्शिता सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का कर्तव्य है और यह बताना उनकी पवित्र जिम्मेदारी है कि ऐसा क्यों हुआ। कांग्रेस नेता ने कहा, "यह ऐसी बात है जिसे हर कांग्रेसी और हर विपक्षी सदस्य को ध्यान में रखना चाहिए। हमारी चुनाव प्रणाली में एक गंभीर समस्या है। पारदर्शी होना चुनाव आयोग का कर्तव्य है।"