छत्तीसगढ़ में कौन होगा BJP का नया अध्यक्ष, रेस में ये नेता शामिल, आज होगा नाम का ऐलान !

रायपुर

छत्तीसगढ़ में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा आज 17 जनवरी को हो सकती हैं, क्योंकि प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. बताया जा रहा है कि अगर कोई भी नेता नामांकन नहीं करता है तो फिर बीजेपी की तरफ से ही प्रदेश अध्यक्ष पद का ऐलान किया जा सकता है. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोत तावड़े को पर्यवेक्षक बनाया है, इसके अलावा छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन और एमपी के खरगोन से बीजेपी सांसद गजेंद्र पटेल भी चुनाव पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल होंगे. छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदार दिख रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में आज से नामांकन

दरअसल, बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए 16 जनवरी को शाम 5 से 7 बजे तक नामांकन हुआ , यह जानकारी प्रदेश के संगठन चुनाव प्रभारी खूबचंद पारख की तरफ से बताई गई है. हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि किसी का नामांकन होना मुश्किल हैं, क्योंकि अब तक प्रदेश में निर्विरोध ही अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया होती आई है. ऐसे में इस बार भी प्रदेश अध्यक्ष पद का चयन निर्विरोध होने की संभावना है. ऐसे में बीजेपी आज 17 जनवरी को सर्वसम्मति से नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है.

किरणदेव सिंह हो सकते हैं रिपीट

छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हैं की बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव को फिर से रिपीट किया जा सकता है. दरअसल, 2023 का विधानसभा चुनाव बीजेपी ने वर्तमान उपमुख्यमंत्री अरुण साव के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए लड़ा था, सरकार बनने के बाद अरुण साव उपमुख्यमंत्री बने तो पार्टी ने जगदलपुर से विधायक किरणदेव सिंह को 21 दिसंबर 2024 को बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया था. ऐसे में चर्चा चल रही है कि बीजेपी उन्हें एक और कार्यकाल दे सकती है, क्योंकि अब छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव का ऐलान होने वाला है. हालांकि चर्चा यह भी है कि अगर किरण सिंह देव को अध्यक्ष नहीं बनाया जाता है तो फिर वह साय सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री बन सकते हैं.

धरमलाल कौशिक और संतोष पांडे भी दावेदार

इसके अलावा बिलहा से विधायक धरमलाल कौशिक और राजनांदगांव से सांसद संतोष पांडे भी प्रदेश अध्यक्ष पद के दावेदार दिख रहे हैं. क्योंकि यह दोनों नेता सीनियर हैं और उनकी अपनी-अपनी दावेदारी मानी जा रही है. धरमलाल कौशिक बीजेपी के सीनियर विधायक हैं और वह पहले भी प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, जबकि वह रमन सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. लेकिन इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था, जिससे उनके अध्यक्ष पद की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. वहीं बात अगर राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे की जाए तो वह भी इस पद के दावेदार हैं. संतोष पांडे दूसरी बार राजनांदगांव से सांसद बने हैं, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पूर्व सीएम और कांग्रेस के सीनियर नेता भूपेश बघेल को हराया था, इस सीट पर सबकी निगाहें थी. ऐसे में बघेल को हराने का इनाम भाजपा उन्हें अध्यक्ष बनाकर दे सकती है.

ये नेता भी रेस में शामिल

वहीं छतीसगढ़ में भाजपा उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा, पूर्व विधायक सौरभ सिंह, सांसद विजय बघेल और भाजपा नेता अनुराग सिंह देव भी प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में शामिल दिख रहे हैं. इसके अलावा पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के नामों की भी चर्चा चल रही है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी की तरफ से नए प्रदेश अध्यक्ष पद का नाम चयन कर लिया गया है. केवल औपचारिकताएं ही बाकि हैं.

साय मंत्रिमंडल का होगा विस्तार

माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही साय मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, जिसमें कुछ प्रदेश अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे नेताओं में से ही किसी को मंत्री बनाया जा सकता है. बीजेपी तीन नए विधायकों को मंत्री बना सकती है. क्योंकि पिछले दिनों सीएम विष्णुदेव साय ने राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात की थी. ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही इन सभी सियासी कयासों से पर से पर्दा उठने वाला है.